Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 5 Swadhyay (ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 2 એકમ 5 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય)

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Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 5 Swadhyay. ધોરણ 7 સેમ 2 હિન્દી વિષયના એકમ 5 નું અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય વાંચી અને લખી શકશો. ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 2 એકમ 5 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય.

कक्षा : 7

विषय : हिन्दी

एकम : 5. धरती की शान

सत्र : द्वितीय

अभ्यास

प्रश्न 1. काव्य को डीवीडी, मोबाइल जैसे साधनों के माध्यम से सुनाकर उसका व्यक्तिगत और सामूहिक गान करवाइए।

प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

(1) आप क्या-क्या कर सकते हैं?

उत्तर : मैं नदी में तैर सकता हूँ। मैं कुएँ से पानी निकाल सकता हूँ। मैं साइकिल चला सकता हूँ। मैं पतंग उड़ा सकता हूँ। मैं क्रिकेट में अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकता हूँ। इस तरह मैं बहुत-से काम कर सकता हूँ।

(2) विविध क्षेत्रों में मनुष्य ने क्या-क्या प्रगति की है?

उत्तर : रासायनिक खाद और ट्रैक्टर बनाकर मनुष्य ने कृषि-क्षेत्र में अनाज का उत्पादन बढ़ाया है। विद्युतशक्ति से चलनेवाली मशीनों द्वारा उसने औद्योगिक क्षेत्र में कपड़ा, प्लास्टिक, रबर आदि से तरह-तरह के उत्पादन किए हैं। भवन-निर्माण के क्षेत्र में उसने अनोखी सफलता प्राप्त की है। मोटर, बस, रेलगाड़ी, दुपहिये, विमान आदि के निर्माण से यात्रा बहुत सुगम हो गई है। टेलीफोन, मोबाइल, ई-मेईल आदि के द्वारा संचार-व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आया है। कम्प्यूटर के आविष्कार ने हर एक क्षेत्र में अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। चिकित्सा क्षेत्र में तरह-तरह की दवाइयाँ और इलाज के नए साधन खोजे गए हैं। इस तरह विविध क्षेत्रों में मनुष्य ने अद्भुत प्रगति की है।

(3) अन्य जीवों से मनुष्य महान कैसे है?

उत्तर : मनुष्य के पास अन्य जीवों की अपेक्षा सोचने-समझने की विशेष बुद्धि है। इसी बुद्धि के द्वारा उसने अनोखे आविष्कार किए हैं। मनुष्य को वाणी का वरदान मिला है। उसके पास भाषा की शक्ति है। इसके बल पर उसने सभ्यता और संस्कृति का विकास किया है। इस प्रकार मनुष्य अन्य जीवों की अपेक्षा महान है।

(4) काव्य में उल्लिखित प्रकृति के तत्त्व बताइए और उनके समानार्थी शब्द दीजिए।

उत्तर : काव्य में उल्लिखित प्रकृति के तत्त्व और उनके समानार्थी शब्द :

(1) धरती – भूमि, पृथ्वी

(2) पर्वत – पहाड़

(3) नदी – सरिता

(4) माटी -मिट्टी

(5) अम्बर – आकाश

(6) अग्नि – आग

(7) पवन – हवा

प्रश्न 3. निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए और शब्दकोश में से उसका अर्थ ढूँढ़कर बताइए :

(1) हृष्ट-पुष्ट – तगड़ा, हट्टाकट्टा

(2) संवाद – बातचीत

(3) शीघ्र – जल्दी

(4) जौहर – पराक्रम, युद्ध में शत्रु की विजय निश्चित हो जाने पर राजपूत स्त्रियों का अग्निकुंड में जल भरना।

(5) अजनबी – अपरिचित

(6) वेदांत – ब्रह्मविद्या

(7) मुकद्दर – भाग्य

(8) शागिर्द – शिष्य

(9) वृत्ति – मनोदशा, मन का झुकाव

(10) स्पष्ट – साफ-साफ

प्रश्न 4. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों का भावार्थ बताइए :

(1) पृथ्वी के लाल तेरा हिमगिरि-सा भाल,

तेरी भृकुटि में तांडव का ताल है।

उत्तर : हे पृथ्वी के पुत्र, तेरे पास हिमालय जैसा ऊँचे दर्जे का दिमाग है। तू अगर क्रोध में अपनी भौंह तिरछी कर दे तो उसका वही असर होगा जो शिव के तांडव की ताल में होता है।

(2) गुरु-सा मतिमान, पवन-सा तू गतिमान,

तेरी नभ से भी ऊँची उड़ान है रे।

उत्तर : हे मनुष्य, तुझमें महान देवगुरु जैसी बुद्धिमत्ता है और तू पवन की तरह गतिशील है। तू आकाश से भी ऊँचे पहुंचने की शक्ति रखता है।

स्वाध्याय

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

(1) मनुष्य क्या-क्या कर सकता है?

उत्तर : मनुष्य पहाड़ों को तोड़ सकता है। वह नदियों के बहाव मोड़ सकत है। वह मिट्टी से अमृत निकाल सकता है। वह धरती और आकाश को एक कर सकता है। इस प्रकार मनुष्य असंभव लगनेवाले काम भी कर सकता है।

(2) मनुष्य युग का आह्वान कैसे कर सकता है?

उत्तर : मनुष्य की वाणी में बड़ी शक्ति है। वाणी के बल पर वह लोगों को प्रभावित कर सकता है। वह लोगों के विचार बदल सकता है। इस प्रकार अपनी वाणी के प्रभाव से मनुष्य युग का आह्वान कर सकता है।

(3) मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो क्या हो सकता है?

उत्तर : मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो धरती पर पापों को बढ़ने से रोका जा सकता है। दुनिया में बढ़नेवाली पशुता कम हो सकती है। इस प्रकार मनुष्य यदि हिम्मत करे तो दुनिया को बदला जा सकता है।

प्रश्न 2. उचित जोड़ मिलाइए :

(अ)

(1) मनुष्य की आत्मा में

(2) मनुष्य के नयनों में

(3) मनुष्य की भृकुटी में

(4) मनुष्य की वाणी में

(5) मनुष्य की छाती में

(ब)

(1) युग का आहवान है।

(2) महाकाल है।

(3) स्वयं भगवान है।

(4) भूचाल है।

(5) ज्वाल है।

(6) तांडव का ताल है।

उत्तर :

(1) मनुष्य की आत्मा में – (3) स्वयं भगवान है।

(2) मनुष्य के नयनों में – (5) ज्वाल है।

(3) मनुष्य की भृकुटी में – (6) तांडव का ताल है।

(4) मनुष्य की वाणी में – (1) युग का आहवान है।

(5) मनुष्य की छाती में – (2) महाकाल है।

प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प के सामने का चिह्न कीजिए :

(1) मनुष्य चाहे तो काल को……..

(A) थाम ले।

(B) रोक ले।

(C) जान ले।

उत्तर : (A) थाम ले।

(2) मनुष्य चाहे तो धरती को…….

(A) फोड़ दे।

(B) युग का आहवान दे।  

(C) अम्बर से जोड़ दे।

उत्तर : (C) अम्बर से जोड़ दे।

(3) मनुष्य चाहे तो माटी से…….

(A) मुख को भी मोड़ दे।

(B) अमृत निचोड़ दे।

(C) दुनिया बदल दे।

उत्तर : (B) अमृत निचोड़ दे।

प्रश्न 4. नीचे दिए गए शब्दों के विरुद्धार्थी शब्द देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :

जैसे कि : धरती x आकाश

वाक्य : पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं।

(1) अमृत x विष

वाक्य : शंकरजी ने विष पी लिया था।

(2) वरदान x अभिशाप

वाक्य : दहेज प्रथा एक सामाजिक अभिशाप है।

(3) ऊँचा x नीचा

वाक्य : शर्म से उसका सिर नीचा हो गया।

(4) पाप x पुण्य

वाक्य : विद्या का दान बहुत बड़ा पुण्य है।

(5) जीवन x मृत्यु

वाक्य : वीर पुरुष मृत्यु से नहीं डरते।

प्रश्न 5. नीचे दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में रखकर उनका अर्थ शब्दकोश में से जानिए और लिखिए :

(1) तूफान (2) वरदान (3) नयन (4) शीश (5) क्षति (6) आईना (7) झंकार

उत्तर : शब्द शब्दकोश के क्रम में और उनका अर्थ :

(1) आईना – दर्पण (2) क्षति – हानि (3) झंकार – पायल, वीणा, सितार आदि की ध्वनि (4) तूफान – आँधी, हवा-पानी का भीषण उत्पात (5) नयन- नेत्र, आँख (6) वरदान – कृपा (7) शीश – मस्तक, माथा

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