Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 6 Swadhyay (ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 2 એકમ 6 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય)

Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 6 Swadhyay
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Class 7 Hindi Sem 2 Chapter 6 Swadhyay. ધોરણ 7 સેમ 2 હિન્દી વિષયના એકમ 6 નું અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય વાંચી અને લખી શકશો. ધોરણ 7 હિન્દી સેમ 2 એકમ 6 અભ્યાસ અને સ્વાધ્યાય.

कक्षा : 7

विषय : हिन्दी

एकम : 6. मालवजी फौजदार

सत्र : द्वितीय

अभ्यास

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दीजिए :

(1) मालवजी शिवाजी का वध करने के लिए क्यों तैयार हो गया?

उत्तर : मालवजी के पिता शिवाजी की सेना में सिपाही थे। उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण दे दिए थे। उनको मरे दो वर्ष हो गए। तब से मालवजी और उसकी माँ ने किसी तरह अपना गुजारा किया। परंतु पिछले तीन महीनों से उन्हें पेट-भर अन्न मिलना मुश्किल हो गया था। मालवजी अपनी इसी बुरी दशा के बारे में सोच रहा था। उसी समय एक सैनिक ने आकर मालवजी से कहा कि यदि शिवाजी का वध कर दो तो मैं तुम्हें धन दूंगा। उसी धन के लालच में मालवजी शिवाजी का वध करने के लिए तैयार हो गया।

(2) अपनी हत्या के बारे में शिवाजी ने कौन-कौन-सी शंकाएँ व्यक्त की?

उत्तर : शिवाजी जानना चाहते थे कि मालवजी उनका वध क्यों करना चाहता था। क्या वह उन्हें मारकर मराठा साम्राज्य का मालिक बनना चाहता था? क्या उन्होंने उसे कभी हानि पहुँचाने की कोशिश की थी? क्या उन्होंने कभी राष्ट्र की प्रतिष्ठा पर धब्बा लगाया था? इस प्रकार अपनी हत्या के बारे में शिवाजी ने भिन्न-भिन्न शंकाएँ व्यक्त की।

(3) तुम इस एकांकी को और कौन-सा शीर्षक देना चाहोगे?

उत्तर : मैं इस एकांकी को ‘शिवाजी की क्षमाशीलता’ शीर्षक देना चाहूँगा।

(4) शिवाजी बालक को सेना में क्यों भर्ती करना चाहते थे?

उत्तर : बालक अपनी चाल-ढाल और बातों से वीर-पुत्र और सत्यवादी लगता था। वह बहुत निडर था। उसमें वीरता फूट-फूटकर भरी थी। वह अपनी माता का भक्त था। शिवाजी को विश्वास हो गया कि मातृभूमि की सेवा में यह बालक कोई कसर नहीं रखेगा। बालक के ऐसे ही गुणों से प्रभावित होकर शिवाजी उसे अपनी सेना में भर्ती करना चाहते थे।

(5) बालक अपनी माँ का पालन-पोषण करने की जिम्मेदारी शिवाजी को क्यों सौपता है?

उत्तर : शिवाजी ने दिखावटी क्रोध कर बालक को जेलखाने में बंद करने का आदेश दिया था। उन्होंने अगले दिन उसे मृत्युदंड देने की बात की थी। बालक यही समझता था कि उसके अपराध के लिए शिवाजी उसे मृत्युदंड अवश्य देंगे। उसकी बाद उसकी माँ अकेली और बेसहारा हो जाएगी। इसलिए वह अपनी मा का पालन-पोषण करने की जिम्मेदारी शिवाजी को सौंपता है।

प्रश्न 2. अंदाज अपना-अपना :

देश की रक्षा के लिए लड़नेवाला सैनिक युद्ध मे आहत हुआ है, वह अंतिम साँसें ले रहा है- वह क्या सोचता होगा? बताइए।

उत्तर : देश की रक्षा के लिए युद्ध में घायल होकर अंतिम साँसें लेता हुआ सैनिक अपने आपको धन्य मानता होगा कि उसका जीवन देश के लिए काम आया। साथ ही उसे अपने परिवार का भी ख्याल आया होगा। वह सोचता होगा कि उसके शहीद हो जाने के बाद पता नहीं उसके बूढ़े माता-पिता, पत्नी और बच्चों की क्या दशा होगी। सरकार उनकी मदद करेगी या नहीं।

प्रश्न 3. नीचे दिए गए शब्द इकाई के जिन-जिन वाक्यों में प्रयोग हुआ हो, उन वाक्यों को पढ़िए :

(1) दृष्टि (2) सत्यवादी (3) प्रतिष्ठा (4) न्योछावर (5) दर्शन (6) झूठ (7) विश्वास (8) मुग्ध (9) चिंता (10) हदूंगा

(1) दृष्टि : शिवाजी प्रेमभरी दृष्टि से तानाजी की ओर देखते हैं।

(2) सत्यवादी : तुम वीर-पुत्र हो, सत्यवादी हो।

(3) प्रतिष्ठा : क्या मैंने कभी राष्ट्र की प्रतिष्ठा पर धब्बा लगाया है?

(4) न्योछावर : उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।

(5) दर्शन : मरने से पहले मैं अपनी पूजनीय माता के एक बार दर्शन करना चाहता हूँ।

(6) झूठ : झूठ बोलकर मृत्यु से बचना नहीं चाहता।

(7) विश्वास : मेरा विश्वास है कि मातृभूमि की सेवा में यह बालक कोई कसर नहीं रखेगा।

(8) मुग्ध : मैं तो इसकी वीरता और साहस पर मुग्ध हूँ।

(9) चिता : रात-दिन मैं इसी चिंता में रहता हूँ कि किस प्रकार भारतमाता का दु:ख दूर करूँ।

(10) हटूंगा : मैं कभी मातृभूमि की सेवा से पीछे न हटूंगा।

प्रश्न 4. इस एकांकी का नाट्यीकरण कीजिए।

उत्तर : छात्रों में से चुने हुए छात्रों को विविध पात्र बनाया जाए। संभव हो तो उचित वेशभूषा पहनाई जाए और इस एकांकी को नाटक के रूप में पेश किया जाए।

स्वाध्याय

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

(1) मालवजी शिवाजी का वध करने के कौन-से दो कारण बताता है?

उत्तर : मालवजी शिवाजी का वध करने का पहला कारण यह बताता है कि युद्ध में उसके पिता के मरने के बाद उन्होंने उसके परिवार के भरण-पोषण की परवाह नहीं की। दूसरा कारण यह था कि धन के अभाव में वह और उसकी माँ भूखे मर रहे थे। उसी समय एक सैनिक ने उसे शिवाजी की हत्या करने पर धन देने का लालच दिया।

(2) कष्ट होने पर भी मालवजी शिवाजी के पास क्यों नहीं गए?

उत्तर : मालवजी के पिता शिवाजी की सेना में सिपाही थे। युद्ध में लड़ते हुए उनकी मृत्यु हो गई थी। मालवजी मानते थे कि जिस वीर सैनिक ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण दिए, उसके परिवार की चिंता करना शिवाजी का कर्तव्य था। यही सोचकर कष्ट होने पर भी मालवजी शिवाजी के पास नहीं गए।

(3) मृत्युदंड के पहले बालक ने कौन-सी भीख मांगी?

उत्तर : मृत्युदंड के पहले बालक ने अपनी पूजनीय माता के दर्शन करने की शिवाजी से भीख माँगी।

(4) शिवाजी बालक की परीक्षा लेने के बाद क्या करना चाहते थे?

उत्तर : शिवाजी बालक की परीक्षा लेने के बाद उसे मृत्युदंड से मुक्त कर अपनी सेना में भर्ती करना चाहते थे।

प्रश्न 2. निम्नलिखित उक्ति कौन किसे कहता है-लिखिए :

(1) “जब तुम्हें इतना कष्ट था, तब तुम मेरे पास क्यों नहीं आए?”

उत्तर : शिवाजी मालवजी से कहते हैं।

(2) “मरने से पहले मैं अपनी पूजनीय माता का एक बार दर्शन करना। चाहता हूँ।”

उत्तर : मालवजी शिवाजी से कहता है।

(3) “मैं तो इसकी वीरता और साहस पर मुग्ध हूँ।”

उत्तर : तानाजी शिवाजी से कहते हैं।

(4) “तुम्हारे ही जैसे सेनानायकों पर भारतमाता गर्व करती है।”

उत्तर : शिवाजी तानाजी से कहते हैं।

(5) “महाराज, एक बालक आपसे मिलना चाहता है।”

उत्तर : दरबान शिवाजी से कहता है।

(6) “मैं तुमसे यही आशा करता हूँ।”

उत्तर : शिवाजी मालवजी से कहते हैं।

(7) “महाराज, यह शरीर आपका है।”

उत्तर : मालवजी शिवाजी से कहता है।

प्रश्न 3. निम्नलिखित परिच्छेद का मातृभाषा में अनुवाद कीजिए :

पुत्र, जिस प्रकार तुम अपनी माता के दुःख से दुःखी होकर व्याकुल हो रहे हो, उसी प्रकार मैं भी दुःखी हूँ। रात-दिन मैं इसी चिंता में रहता हूँ कि किस प्रकार भारतमाता का दुःख दूर करूँ।

महाराज, यह शरीर आपका है। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि जब तक इस शरीर में जान है, मैं कभी मातृभूमि की सेवा से पीछे न हदूंगा।

उत्तर : પુત્ર, જે રીતે તું તારી માતાના દુખથી દુખી થઈને વ્યાકુળ થઈ રહ્યો છે, તેવી રીતે હું પણ દુઃખી છું. રાતદિવસ હું એ જ ચિંતામાં રહું છું કે કેવી રીતે ભારતમાતાનાં દુઃખ દૂર કરું?

મહારાજ, આ શરીર તમારું છે. હું પ્રતિજ્ઞા કરું છું કે જ્યાં સુધી આ શરીરમાં પ્રાણ છે, હું કદી માતૃભૂમિની સેવામાં પાછો પડીશ નહિ.

प्रश्न 4. उदाहरण के आधारित नीचे दिए गए शब्दों को उचित क्रम में रखकर अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :

उदाहरण : छोड़कर, पीसने, अपना, बापू, लगे, काम, आटा।

वाक्य : बापू अपना काम छोड़कर आटा पीसने लगे।

(1) देखते, दृष्टि, से, प्रेम, शिवाजी, ओर, उसकी, रहे।

वाक्य : शिवाजी उसकी ओर प्रेमदृष्टि से देखते रहे।

(2) बात, सत्य है, जो, उसे, अवश्य, बता, मैं, दूंगा।

वाक्य : जो बात सत्य है, उसे मैं अवश्य बता दूंगा।

(3) क्या, तुम्हारे, फिर, मन में, बात, थी?

वाक्य : फिर तुम्हारे मन में क्या बात थी?

(4) प्राण, न्योछावर, अपने, देश की, लिए, रक्षा के, उन्होंने, कर, दिए।

वाक्य : उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।

प्रश्न 5. निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण छाँटकर उनके भेद लिखिए :

(1) परिश्रमी छात्र कभी असफल नहीं होते।

उत्तर : परिश्रमी – गुणवाचक विशेषण

(2) अब्दुल बीस किलो आटा लाया।

उत्तर : बीस किलो- परिमाणवाचक विशेषण

(3) राम ने पाँच मीटर कपड़ा खरीदा।

उत्तर : पाँच मीटर – परिमाणवाचक विशेषण

(4) पचीस छात्रों ने सही उत्तर दिए।

उत्तर : पचीस- संख्यावाचक विशेषण

सही-गुणवाचक विशेषण

(5) दीपावली पर हमने बहुत मिठाई खरीदी।

उत्तर : बहुत – परिमाणवाचक विशेषण

(6) रेशमा के पास तीन किताबें हैं।

उत्तर : तीन-संख्यावाचक विशेषण

(7) कुछ लड़के बगीचे में खेल रहे हैं।

उत्तर : कुछ – अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

(8) माँ ने चाय में थोड़ा दूध डाला।

उत्तर : थोड़ा-परिमाणवाचक विशेषण

(9) वे लड़के शोर मचा रहे हैं।

उत्तर : वे-सार्वनामिक विशेषण

(10) आप किस आदमी की बात कर रहे हैं?

उत्तर : किस-सार्वनामिक विशेषण

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